दिल्ली पर निशाना, पाकिस्तान की तैयारी तेज: सीमा पर फिर तनाव
नई दिल्ली, 10 मई 2025 रिपोर्टर: अजय सिंह भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव में एक बार फिर तेजी आ गई है। हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ संवेदनशील इलाकों में संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों और साइबर हमलों की आशंका के बीच सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना और आईएसआई (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) ने दिल्ली को "प्रारंभिक रणनीतिक निशाने" में शामिल किया है, जिससे भारत की आंतरिक सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गई हैं।

सूत्रों के अनुसार, भारत की राजधानी दिल्ली में हाल ही में हुए कुछ संदिग्ध साइबर अटैक्स और एयरस्पेस में घुसपैठ की कोशिशें, इस ओर इशारा कर रही हैं कि पाकिस्तान की ओर से कोई गुप्त रणनीति तैयार की जा रही है। इसके साथ ही सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की सेना की गतिविधियां अचानक तेज़ हो गई हैं। सेना की मूवमेंट, हथियारों की तैनाती और फॉरवर्ड पोस्ट्स की मजबूती को देखते हुए भारत की खुफिया एजेंसियां लगातार उच्चस्तरीय बैठकें कर रही हैं।
सीमापार सैन्य हरकतों में तेजी
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) के पास पाकिस्तान ने पिछले 72 घंटों में भारी सैन्य गतिविधियां शुरू कर दी हैं। सियालकोट, बहावलपुर और रावलपिंडी के सैन्य बेस में न केवल जवानों की संख्या बढ़ाई गई है, बल्कि मिसाइल और रॉकेट सिस्टम भी एक्टिव मोड में लाए गए हैं।
ISI की एक गुप्त रिपोर्ट, जिसे भारतीय एजेंसियों ने इंटरसेप्ट किया है, उसमें ‘दिल्ली को मनोवैज्ञानिक दबाव के तहत लाने’ की रणनीति का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान भारतीय राजधानी को एक प्रतीकात्मक निशाना बनाकर राजनीतिक दबाव बढ़ाना चाहता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति अस्थिर की जा सके।
दिल्ली में सुरक्षा अलर्ट, NSG और RAW सक्रिय
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की विशेष टीमें हाई अलर्ट पर हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से भी गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने बयान दिया, “शहर में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। जनता से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, लेकिन सतर्क रहें।" उन्होंने बताया कि एयर डिफेंस सिस्टम को भी दिल्ली के कुछ महत्वपूर्ण सरकारी भवनों और प्रतिष्ठानों के पास तैनात किया गया है।
साइबर हमलों की आशंका
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भी एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह बताया है कि हाल के दिनों में भारत की कुछ प्रमुख सरकारी वेबसाइटों और रक्षा संस्थानों के सर्वर पर हैकिंग के प्रयास किए गए हैं। ये साइबर अटैक पाकिस्तान या चीन से संचालित हो सकते हैं, ऐसा प्रारंभिक विश्लेषण में सामने आया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रभावित करने की कोशिशों के पीछे एक समन्वित अभियान हो सकता है, जिसका लक्ष्य आर्थिक और प्रशासनिक तंत्र को बाधित करना है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
इस बीच, पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भारत "झूठे और मनगढ़ंत आरोपों के ज़रिए" ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। इस्लामाबाद ने कहा कि भारत कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघनों से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए इस तरह की रणनीतियाँ अपना रहा है।
हालांकि, पाकिस्तान के प्रमुख रक्षा विश्लेषक जनरल (सेवानिवृत्त) नसीर हुसैन ने एक टेलीविज़न इंटरव्यू में कहा, "यदि भारत कोई भी आक्रामक कदम उठाता है, तो पाकिस्तान की सेना हर मोर्चे पर तैयार है। हम दिल्ली तक पहुंचने का इरादा नहीं रखते, लेकिन यदि कोई थोपेगा तो जवाब ज़रूर देंगे।"
भारत की तैयारियां
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने रक्षा मंत्री से मुलाकात कर सीमावर्ती तैयारियों की जानकारी दी है। बताया गया है कि भारतीय सेना ने भी उत्तरी और पश्चिमी मोर्चों पर तैनाती को मजबूत किया है। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने एयर डिफेंस सिस्टम की समीक्षा की और कहा, “देश की राजधानी पूरी तरह सुरक्षित है। किसी भी बाहरी आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए वायुसेना तत्पर है।”
जनता की चिंता और सरकार की अपील
दिल्ली और देशभर में आम नागरिकों के बीच इस पूरे घटनाक्रम को लेकर चिंता बढ़ी है। सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक खबरों की बाढ़ सी आ गई है। सरकार ने जनता से शांति बनाए रखने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक के बाद कहा, “भारत शांति चाहता है लेकिन सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। दिल्ली ही नहीं, देश का हर कोना सुरक्षित है और रहेगा।”
निष्कर्ष
भारत-पाकिस्तान के बीच का तनाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब राष्ट्रीय राजधानी जैसे क्षेत्र को निशाना बनाए जाने की खबरें सामने आती हैं, तो यह स्थिति और अधिक गंभीर हो जाती है। दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बनने से न केवल दक्षिण एशिया, बल्कि पूरी दुनिया की शांति पर असर पड़ सकता है। ऐसे समय में, कूटनीति और संयम ही सबसे प्रभावी उपाय हो सकता है — लेकिन भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह न तो दबाव में आएगा, न ही हमले को बर्दाश्त करेगा।